shree vashikaran mantra
कोई भी साधक प्रेम प्यार लव के लिए मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना का प्रयोगकर अपने प्रेम को प्राप्त कर सकता है| सब कोई इस दुनिया में किसी न किसीचीज़ से प्यार कर बैठता है, वह सोचता है की अगर उसे वह चीज़ या इंसान या फिरभगवन से मिलना भोगने को मिल जाये तो उसके ज़िन्दगी में जो खोखलापन है, वहख़तम हो जायेगा और वह एक संपन्न ढंग में रह पायेगा। ऐसा कोई शायद ही मिलताहै जिसे कुछ भी नहीं चाहिए और जिसे कोई प्यार नहीं करता। कुदरत का नियम हैकी एक न एक चीज़ तो ज़रूर होती ही है। अगर आप प्यार में किसी को अपना बनानेकी ख्वाहिश रखते हैं तो फिर आपके मन में एक अलग ही मन की आग होती है। आपप्यार में लीन होकर चाहें तो पहाड़ तक पर चढ़ जा सकते हैं।
पर कई बार लोग इतने खुशकिस्मत नहीं होते, कुछ लोग प्यार करते हैं मगर उनकेप्यार का हक़दार उन्हें उतना प्यार नहीं करता या उनकी तरफ आकर्षित नहीं होताहै। ऐसे में आपको कोई ऐसा उपाय चाहिए होगा जिसके हिसाब से आप अपने आपसेदूर जाते हुए प्यार को वापस पा सकें, उसे अपने पास बुला लें, अपनी ओरआकर्षित करके उससे भी वही पा सकें जो आप उसके लिए महसूस करते हैं। ऐसेकार्य के लिए आपको मोहिनी मंत्र का उपाय करना चाहिए क्यूंकि वह सबसे असरदारऔर कारगर होता है, आप पाएंगे की लोग इस प्रयोग से सबसे ज़्यादा आकर्षितहोते हैं और वे आपकी ओर खिंचते हुए चले आएंगे। पहला मोहिनी मंत्र जो हमआपके समक्ष रखने जा रहे हैं है साबर मोहिनी जाल वशीकरण मंत्र।
अगर आप किसी सरकारी अधिकारी के पास जा रहे हों या फिर किसी अफ़सर से कुछ कामकराने जाएं और काम नहीं बन पा रहा हो तो फिर आप वशीकरण जप वाला इतर लगा करजाएं, आप पाएंगे की वह आपकी बात सुनेगा और आपका काम सफल हो जायेगा। यह हैइस छोटी सी साधना की ताक़त की हलका सा काम करने पर इतना वक़्त और मेहनत बचायीजा सकती है। कुछ और चीज़ें इसी में की जा सकती हैं – आप दिए का काजल बनालें और उसे लगाएं तो आप पाएंगे की लोग आपके पास आते ही सम्मोहित हो रहेहैं। आप अगर २१ दिन तक यह जाप रोज़ करेंगे और मन शुद्ध रखेंगे तो आप पाएंगेकी लोग आपकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। जप के वक़्त तीन मंत्र जोड़ दें – एकगणेश भगवन को, एक गुरु को और एक भैरों भगवन को तो असर और भी बढ़ जाता है।
- vashikaran mantra for controlling a person
- indian vashikaran specialist
- best vashikaran mantra in hindi
shree vashikaran mantra for love
हिंदू धर्म में महादेव शिव और माता पर्वती के पुत्र भगवान गणेश की पूजा, आराधना, साधना और उपासना की महत्ता से सभी परिचित हैं। उन्हें घर या कार्यालय के प्रवेश द्वार पर स्थापित करने के साथ-साथ पूजा घर में विशिष्टिता के साथ रखा जाता है। प्रत्येक अनुष्ठान के दौरान सबसे पहले उनकी पूजा की जाती है। यही वजह है कि हर शुभ कार्य के शुभारंभ को ‘श्रीगणेश’ कहकर संबोधित किया जाता है और ‘ ऊँ गणेशाय नमः!’ मंत्र के जाप से एकाग्रता एवं कार्यारंभ की प्रेरणा मिलती है।
वैदिक ग्रंथों की मान्यताओं के अनुसार गणेश भगवान की विशिष्ट पूजा और उनके मंत्रों की साधना-सिद्धि से वशीकरण की अद्भुत क्षमता भी हासिल की जा सकती है, जिसका विभिन्न या कहें विशेष कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। आईए, एक नजर डालते हैं वशीकरण के लिए श्रीगणेश अर्थात गौरी पुत्र गजानन को प्रसन्न करने के लिए गणेश चतुर्थी के दिन से शुरू की जाने वाली पूजा के विधान और मंत्रों के बारे में, जो अचूक प्रभाव देते हैं।
वशीकरण की साधना
भगवान गणेश को भी रूप-सौंदर्य के था आकर्षित करने वाले ईष्टदेव रूप में पूजा की जाती है तथा उनमें आकर्षण या सम्मोहन शक्ति बढ़ाने की क्षमता है। और तो और श्रीगणेश को सभी सिद्धियों विधाता और वशीकरण के आधार देव माने जाते हैं। उनका वशीकरण का बहुपयोगी मंत्र हैः-
ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद्र सर्व जनं मे वशमानाय स्वाहा!!
विधि-विधानः भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर के सामने आसन पर ब्रह्म मुहूर्त में पूर्व या पश्चिम की दिशा में बैठकर इस मंत्र के स्पष्ट उच्चारण के साथ उनका ध्यान करना चाहिए। उसके बाद निम्न मंत्र का पाठ करना चाहिए।
भगवान दत्तात्रेय के बारे मे ऐसा माना गया है की वो शिवभक्तों के लिए भगवान शिव के अवतार है तो दूसरी तरफ वैष्णव समुदाय के लिए भगवान विष्णु के अवतार है। भगवान दत्तात्रेय की पूजा सा इंसान को बुद्धि, ज्ञान और बल प्राप्त होता है और दत्तात्रेय मंत्र साधना से इंसान के हर कष्ट भी दूर हो जाते है। इनमे ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का ही स्वरूप छिपा है। ऐसा भी कहा गया है कि दत्तात्रेय आजन्म ब्रह्मचारी और दिगम्बर रहे थे और उनकी साधना करने से इंसान को शीघ्र फ़ल मिलता है। क्यूकी इनमे ईश्वर और गुरु दोनों के ही रूप समाहित हैं तो इसलिए इन्हे ‘ श्री गुरुदेव दत्त ‘ भी कहा जाता है। हमारे शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष (अगहन) मास की पूर्णिमा को दत्त जयंती मनाई जाती है क्यूकी इसी दिन भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था।
आज हम आपको दत्तात्रेय साधना के वो मंत्र बताएँगे जिनके प्रयोग से आप अपने सभी कष्टों से मुक्ति पा सकते है। मंत्र: ऊँ दिगंबराय विद्य्हे योगीश्रारय् धीमही तन्नो दतः प्रचोदयात!!
ऊँ द्रां दत्तात्रेयाय नमः!!
ॐ द्रां दत्तात्रेयाय स्वाहा
shree vashikaran mantra for love back
गुरुवार और हर पूर्णिमा की शाम अगर आप इन मंत्रों के द्वारा भगवान दत्तात्रेय की उपासना करते है तो इसे काफी अच्छा माना जाता है प्रतिदिन स्फटिक की माला से इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य का मानसिक विकास होने के साथ बौद्धिकता आती है व शत्रु का भय मन से दूर होता है। साथ ही संघर्ष करने की शक्ति भी मिलती है। यही नहीं आप ध्यान लगाने के लिए इस मंत्र का प्रयोग भी कर सकते है:जटाधाराम पाण्डुरंग शूलहस्तं कृपानिधिम, सर्व रोग हरं देव, दत्तात्रेयमहं भज!!
इस मंत्र के अलावा आप दत्तत्रेय की साधना को इस अन्य मंत्र द्वारा कर सकते है। मंत्र है: ऊँ अस्य श्री दत्तात्रेय स्तोत्र मंत्रस्य भगवान नारद ऋषिः अनुष्टुप छंदः,श्री दत्त परमात्मा देवताः, श्री दत्त प्रीत्यर्थे जपे विनोयोगः! इस साधना को करने के लिए जरूरी है की आप अपने आसान के पास एक बर्तन मे पानी से भरा बर्तन रखे और लाल रंग के कपड़े मे दत्तात्रेय की प्रतीमा या मूर्ति को बना ले, फिर बाएं हाथ में फूल और चावल के कुछ दाने लेकर इस मंत्र के द्वारा साधना शुरू करे।
जैसे की हमे ऊपर बताया की दत्तात्रेय को भगवान विष्णु का रूप भी माना गया है तो ये लक्ष्मी के स्वामी भी माने गए है। इनकी साधना कर आप माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर घर मे छाई पैसो की तंगी व दरिद्रता को भी दूर कर सकते है। इसके लिए मंत्र है: ॥ ऊं ह्रीं विद्दुत जिव्हाय माणिक्यरुपिणे स्वाहा ॥ इस मंत्र का तुलसी की माला से 9 माला जाप करना होगा लेकिन इस साधना को करने से पहले आप एक बाजोट पर पीला कपड़ा बिछा दे, फिर उसपर दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्थापित कर दे। इसके बाद उसके सामने एक मिट्टी का घड़ा रख दे, उसके ऊपर एक सूखे नारियल को लाल चुनरी मे लपेट कर रख दे। जिसके चारो तरफ पत्ते लगा दे। इसके बाद आप तुलसी दल, बिल्वपत्र और गेंदे के फुल को भगवान के सामने अर्पित करे और मेवे का भोग लगा दे। आपको 5 अखंड दीपक जलाने होंगे, जो साधना शुरु होने से लेकर पूरी रात तक जलते रहे चाहिए। यहां आपका आसान पीला या लाल रंग का हो सकता है।
इसी प्रकार हम आपको एक ऐसा मंत्र है जिसके जाप से आप अपने शत्रुओ से छुटकारा पा सकते है। वो मंत्र है: ॥ ऊं द्रां ह्रीं स्पोटकाय स्वाहा ॥ इस मंत्र का रुद्राक्ष की माला से 8 माला जप करना होगा, पर इस साधना को करने से पहले आप दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्थापित करले फिर उसके सामने एक सूखे नारियल को काले कपडे मे लपेट कर उसे मोली सूत्र से बांध ले और एक सुपारी के साथ उसे भगवान को अर्पित करे। जब मंत्र जप पूरा हो जाये तो भगवान को मीठे रोटी का भोग लगा दे और उसमे से एक भाग को कव्वे को और एक भाग को कुत्ते को खिला दे। आप कपडे में लिपटे उस नारियल को किसी शिव मंदिर में जाकर शिव को अर्पित करते हुए अपने शत्रु से निजात पाने की प्रार्थना करे। इसका प्रभाव आप जल्द दे सकेंगे।
यही नहीं अगर आप दत्तात्रेय साधना द्वारा किसी इंसान को अपने वश मे करना चाहत है तो उसके लिए भी मंत्र का प्रयोग कर सकते है। “तुलसी-बीजचूर्ण तु सहदेव्य रसेन सह। रवौ यस्तिलकं कुर्यान्मोहयेत् सकलं जगत्।। इसका जप करने से पहले आप तुलसी के बीज का चूर्ण बनाकर सहदेवी के रस में पीस ले फिर उसे माथे पर तिलक के रूप में लगा ले। माना जाता है फिर उसे देखने वाला इंसान फिर वश मे हो जाता है, आपकी ओर आकर्षित होने लगता है।
shree vashikaran mantra for husband
किसी पर वशीकरण करने का एक अन्य दत्तात्रेय मंत्र हम आपको बताते है, जिसे करने के लिए किसी भी बुधवार की रात को पीले रंग का कपड़ा पहन ले और उसी रंग के आसान पर मुख उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ कर बैठें जाये में होना चाहिए। आप अपने सामने चौकी पर भी पीला वस्त्र बिछाकर उस पर दत्तात्रेय यंत्र रखें दे और फिर उस पर सिंदूर रखें। इसके बाद घी का एक दीपक जला ले और रुद्राक्ष की माला से मंत्र का 11 माला का जप करें। मंत्र – ‘‘ॐ श्रीं हृीं क्लीं ग्लौं द्राम दत्तात्रेयाय नमः’’। जाप पूरा कर लेने के बाद उस सिंदूर को एक चाँदी की डिबिया में संभालकर रख दे। इसके बाद आप जब भी इस सिंदूर को लगाकर उस व्यक्ति के सामने जाएँगे जिसको वश मे करना चाहते है, तो वो आपकी ओर आकर्षित होने लगेगा। शादीसुदा महिलाए भी इसका प्रयोग कर सकती है अगर उन्हे लगता है की उनके पति का ध्यान किसी दूसरी महिला की और जाने लगा है। तो अपने पढ़ा की किसी तरह भगवान दत्तात्रेय की साधना आपको हर परेशानियों से छुटकारा दिलाने मे मदद करती है। ऊपर बताए गए मंत्रों के अलावा दत्तात्रेय साधना के ऐसे कितने ही और मंत्र है जो मनुष्य की समस्यायों का हल करने की शक्ति रखते है, जिनका प्रयोग करके यकीनन आप अपने जीवन को सुखी बना सकते है।
ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
अगर आप किसी व्यक्ति को ध्यान में रखकर और सकंल्प के साथ कहते हैं कि – हे प्रभु! आपकी कृपा से यह व्यक्ति मेरे वश में हो जाये क्योंकि मुझे स्वयं को सही साबित करने का और कोई साधन नही है. ऐसा संकल्प लेकर भगवान श्रीकृष्ण के संमुख कहेंगे तो निश्चित ही आपको लाभ मिलेगा. जिस किसी व्यक्ति को सम्मोहित करना चाहते हैं, अपनी तरफ़ करना चाहते हैं हो जायेगा.
ॐ नमो नारायणाय सर्व लोकन मम वश्य कुरु कुरु स्वहा.
अर्थात् हे प्रभु नारायण आपकी कृपा से सर्वलोक को वशीकरण करने की शक्ति मुझमे आ जाये. (सर्वलोक की जगह उस व्यक्ति का भी नाम लिया जा सकता है जिसे सम्मोहित करना हो) वह अवश्य आपके प्रति आकर्षित होगा.
ज्ञानि न मपि चेतान्शी देवी भग्वति हिसा ग्रहा बलादा कृष्य मोहाय महामाया प्रयक्षति.
इस अत्यधिक चमत्कारिक मंत्र का 40 दिन तक नियमित रुप से 108 बार जाप करना है. यह मंत्र इतना प्रभावशाली है कि इसका जाप होते ही कितना भी ज्ञानी, विद्वान व्यक्ति क्यों न हो आपके नियंत्रण में आ जायेगा.
shree vashikaran mantra for girlfriend
कही भी जाते समय मोर की कलगी पीले रेशमी वस्त्र में बाँधकर अपने साथ रख लें.
इससे सम्मोहन और आकर्षण की शक्ति बढ़ती है. अथवा
श्वेत अपामार्ग की जड़ को घिसकर माथे पर तिलक लगायें.
इससे भी आपके अन्दर जो सम्मोहन की शक्ति है, उसमे निरन्तर वृद्धि होती है.
तुलसी के चूर्ण में सहदेई के रस को मिलाकर माथे पर तिलक करें.
यदि ऐसा तिलक करके आप किसी सभा अथवा पार्टी में जाते हैं तो सभी आपसे इम्प्रेस रहेंगे. यदि आप किसी एक व्यक्ति को ही आकर्षित करना चाहते हैं तो भी उसके संमुख यही टीका लगाकर जायें. वह अवश्य आपके नियंत्रण में आ जायेगा.